कजरी तीज का व्रत भगवान शंकर और माता पार्वती को समर्पित हैं
संतान के उज्जवल भविष्य और पति की दीर्घ आयु की कामना के लिए कजरी तीज का व्रत रखा जाता है
हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज मनाई जाती है
पौराणिक मान्यता के अनुसार एक गरीब ब्राह्मणी ने कजरी तीज का व्रत रखा
उसने अपने पति से इस दिन विशेष महत्व की वस्तु सातु को किसी तरह लाने को कहा
एक दुकान में चोरी से उसने सवा किलो सामान को तोलकर सातु बना लिया
चोरी पकड़े जाने पर ब्राह्मण की मजबूरी समझते हुए साहूकार ने सातु, गहने, रुपए, मेहंदी, लच्छा और बहुत सारा धन देकर दुकान से विदा कर दिया.
ब्राह्मणी ने पूरे विधि विधान से कजरी माता की पूजा की. जिसके बाद उसके घर में सौभाग्य का आगमन हुआ
इस साल कजरी तीज का व्रत 2 सितंबर 2023 को रखा जाएगा
कथा सुनने से भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त होती है