आखिर कितना बढ़ रहा है भारत का luxury market? आंकड़ा जान चौंक जाएंगे आप

देश का मध्यम वर्ग जहां महंगाई, जॉब मार्केट की अनिश्चितता और घटते घरेलू बजट जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है. 

वहीं भारत के अमीर वर्ग के लिए लग्जरी घर खरीदने का आकर्षण लगातार बढ़ता जा रहा है. 

पिछले 5 सालों में कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक तनावों ने देश के मध्यम वर्ग की आमदनी और खर्चों पर गहरा प्रभाव डाला है. घरेलू बजट प्रभावित हुआ है. 

जीवन यापन की लागत में तेजी से बढ़ोतरी हुई है और जॉब मार्केट में स्थिरता का अभाव रहा है. इसके अलावा हालिया दिनों में शेयर बाजार में अस्थिरता ने मिडिल क्लास की आर्थिक स्थिती को और कमजोर कर दिया है. 

इसके बावजूद लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट यानी 3 करोड़ रुपये से अधिक की कीमत वाले घरों की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है.

कोविड-19 के बाद से लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी प्रॉपर्टीज की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. 2023 में लग्जरी घरों की बिक्री में बने रिकॉर्ड के बाद साल 2024 में इसने उस रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है.  

ताजा आंकड़ों के मुताबिक, साल 2024 में भारत का लग्जरी सामान बाजार 17.67 बिलियन डॉलर होने का अनुमान लगाया गया है. 

साल 2023 तक लग्जरी खुदरा बाजार का मूल्य 14 बिलियन डॉलर तक बढ़ने की उम्मीद है. 

भारत के लग्जरी बाजार में बढ़ोतरी का कारण बढ़ती समृद्धि, बदली उपभोक्ता प्राथमिकताएं. विकसित होती आर्थिक गतिशीलता, अरबपतियों की बढ़ती संख्या, उच्च आय वाले लोगों की संख्या में वृद्धि. 

लग्जरी बाजार में बढ़ोतरी के कुछ उदारहण, लग्जरी रियर एस्टेट बाजार में बढ़ोतरी, लग्जरी कार बाजार में बढ़ोतरी, लग्जरी अपार्टमेंट की बिक्री में बढ़ोतरी.