JDU को मिले दरवाजे पर 10 करोड़ तो सपा को ऐसे, बॉन्ड पर हैरान करने वाले दावे

चुनाव आयोग ने रविवार को इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर नई जानकारी सार्वजनिक की है. 

डेटा में बताया गया है कि किस पार्टी ने किस कंपनी या व्यक्ति से कितना पैसा भुनाया है. हालांकि पार्टियों ने चंदा वालों के नाम नहीं बताए हैं. 

कुछ दलों ने अजब-गजब दावे भी किए हैं. जदयू का कहना है कि उसे दफ्तर में एक ऐसा लिफाफा मिला जिसमें 10 करोड़ रुपये के बॉन्ड थे. 

सपा का कहना है कि उसे डाक के जरिए 10 करोड़ के बॉन्ड मिले. लेकिन कितने भेजे यह पता नहीं है. डीएमके को कुल चंदे के 77% बॉन्ड एक ही कंपनी से मिले हैं.  

राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग को जो डेट दिया है वो 2018 में योजना शुरु होने से नवंबर 2023 तक का शामिल है. 

आंकड़ों के अनुसार, बीजेपी को बॉन्ड के जरिए सबसे ज्यादा 6,986.5 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त हुई. 

उसके बाद पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को 1,397 करोड़ रुपये, कांग्रेस को 1,334 रुपये और भारत राष्ट्र समिति को 1,322 करोड़ रुपये मिले हैं. 

समाजवादी पार्टी ने कहा है कि उसे बिना नाम के डाक से एक-एक करोड़ रुपये के 10 चुनावी बॉन्ड मिले हैं. ये सभी 10 चुनावी बॉन्ड एक ही तारीख को जारी किए गए है. 

2019 के लोकसभा चुनाव के दरम्यान सपा ने 10.84 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड भुनाए. सपा को अज्ञात दानदाताओं से पोस्ट के जरिए 10 करोड़ रुपये के बॉन्ड हासिल हुए हैं.