जानिए कौन हैं मुस्लिम शासक हसन खान मेवाती, जिनके नाम पर भाजपा मांग रही वोट?
हरियाणा के नूंह में बीते साल 31 जुलाई को सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी. इसमें दो पुलिसकर्मियों समेत छह लोगों की मौत हो गई थी.
हिंसा की शुरुआत बजरंग दल की ओर से निकाले गए एक धार्मिक यात्रा के दौरान हुई. इसके बाद इलाके में कई दिनों तक कर्फ्यू लगा रहा.
इस हिंसा ने मेवात के इस इलाके में हिंदू-मुसलमान के बीच खाई पैदा की. पिछले दिनों हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पुन्हाना में चुनाव प्रचार करने आए थे.
पुन्हाना में आयोजित एक चुनावी रैली में उन्होंने कहा, ''मैं भारत माता के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले हसन खान मेवाती को प्रणाम करता हूं.''
दरअसल सैनी 16वीं सदी के मेवाती शासक हसन खान मेवाती की तारीफ कर रहे थे. मेवाती ने मुगल शासक बाबार के खिलाफ 1526 में पानीपत की लड़ाई में हिस्सा लिया था.
उन्होंने 1527 में खानवा की लड़ाई में भी मुगल सेना के खिलाफ हथियार उठाए थे. इसी युद्ध में लड़ते हुए वो वीरगति को प्राप्त हुए थे.
इन दिनों हरियाणा के भाजपा नेता मुस्लिम बहुल मेवात में हसन खान मेवाती की तारीफों के पुल बांध रहे हैं.
मेवात का इलाका हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बीच फैला हुआ है.
मुख्यमंत्री पद से हटने से तीन दिन पहले नौ मार्च को मनोहर लाल खट्टर ने नूंह के बड़कली चौक पर हसन खान मेवाती और गांधी ग्राम में महात्मा गांधी की प्रतिमाओं का अनावरण किया था.
इसी अवसर पर उन्होंने सरकारी स्तर पर 15 मार्च को मेवाती का शहीदी दिवस मनाने की घोषणा की थी.
इसके अलावा उन्होंने नलहर के शहीद हसन खान मेवाती राजकीय मेडिकल कॉलेज में हसन खान मेवाती के नाम पर एक शोध पीठ की स्थापना की भी घोषणा की थी.