इस फिल्म में जहां इंटरवल से पहले नंबी नारायणन की उपलब्धियों और स्पेस विज्ञान में उनके योगदान को दर्शाया गया है
इस फिल्म में दिखाया गया कि किस तरह नंबी नारायणन को एक झूठे केस में फंसाकर देश के वैज्ञानिक विकास को अवरुद्ध किया गया