इस कंपनी ने बनाया था अमर सिंह चमकीला को ‘सुपरस्टार’, अब करती है ये काम
दिलजीत दोसांझ की फिल्म 'अमर सिंह चमकीला' OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है, जिसके लिए उनकी तारीफ हो रही है.
लेकिन एक बात आपको जरूर हैरान करेगी कि आखिर कैसे गांव की प्राइवेट पार्टियों में गाना गाने वाला एक कलाकार एल्विस ऑफ पंजाब बन गया.
हम आपको बताते है इसके पीछे की कहानी की कैसे एक एल्पी रिकॉर्ड्स कंपनी ने उसे लोगों के घरों तक पहुंचाया और चमकीला को 'सुपरस्टार' बनाने वाली कंपनी आज क्या काम करती है?
पुराने जमाने में लोगों के पास स्मार्टफोन तो थे नहीं जो कितने भी मेमोरी के गाने रिकॉर्ड कर ले. तब चलते थे एलपी रिकॉर्ड्स.
हां वहीं काली सी बड़ी सीडी जिसे लोग ग्रामफोन पर बजाया करते थे.
इसका फुलफॉर्म था लॉन्ग प्ले रिकॉर्ड्स जो आगे चलकर ईपी रिकॉर्ड्स यानी एक्सटेंडेट प्ले रिकॉर्ड्स कहलाने लगे.
अमर सिंह चमकीला को इन्हीं रिकॉर्ड्स ने सुपरस्टार बनाया और इसे बनाने वाली कंपनी ने उससे खूब मोटी कमाई की.
भारत की सबसे पुरानी म्यूजिक लेबल कंपनी है 'सारेगामा इंडिया लिमिटेड' जो आज आरपी-संजीव गोयनका ग्रुप की कंपनी है. लेकिन इसका इतिहास आजादी से भी पुराना है.
सारेगामा की शुरुआत 1901 में ‘ग्रामोफोन एंड टाइपराइटर लिमिटेड’ के तौर पर हुई थी. इसका हेडऑफिस आज भी कोलकाता में है.