Air Pollution: हवा में प्रदूषण बुजुर्गों की सेहत के लिए है खतरनाक, जानें कैसे करें बचाव
सर्दियों में हवा के चलने की स्पीड कम हो जाती है,जिससे जो भी धूल मिट्टी के कण हवा में होते हैं वे हवा में चारों तरफ तैरने लगते हैं , इससे प्रदूषित हवा सांस के ज़रिए आपके फेफड़ों तक पहुंच जाती है.
वायु प्रदूषण की और ज्यादा खराब स्थिति दिवाली के आस-पास हो जाती है. उस समय की हवा सभी के लिये बहुत ज्यादा नुकसानदायक हो जाती है.
बुजुर्गों के लिए ज़रूरी है कि वह सबसे पहले सुबह की सैर पर बाहर जाने से बचें.
वायु प्रदूषण से बचने का जो एकमात्र तरीका है वो है प्रदूषित हवा के सम्पर्क में कम से कम आना.
बढ़ते AQI लेवल के बीच सुबह शाम बाहर घूमने ना जाए, और अगर बाहर जाना पड़ रहा है तो बिना मॉस्क के ना जायें.
घर के बुजुर्ग सदस्य अपनी बीमारियों की मेडिसिन समय पर लेते रहें.अगर हाई बीपी और डायबिटीज है तो नियमित रूप से चेकअप कराएं.
अगर घर के बुर्जग बाहर वॉक पर घूमने जाना चाहते है तो दोपहर में मास्क लगा कर जा सकते हैंं, क्योंकि सुबह और शाम को वायु प्रदूषण सबसे खराब स्थिति में होता है.
बदलते मौसम में खानपान में बदलाव करें, बाहर का खाना ना खाएं. गुनगुना पानी पीते रहें, हरी सब्जियां, फल का सेवन ज्यादा करें.
अगर घर के बुजुर्गों को गले में खराश और आंखों में जलन से अलग कोई और समस्या हो रही है, जैसे सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही है तो उस स्थिति में डॉक्टर को जरूर दिखाएं.