भारत नहीं बल्कि इस देश में पहली बार पाया गया था करेला, जानें आखिर क्यों होता है इतना कड़वा?

करेला अलग-अलग रंगों और आकार में आते हैं. भारतीय करेले 4 इंच लंबे होते हैं

तो वहीं चीन में इनकी लंबाई 8 इंच लंबी होती है. इसका साइज मौसम में बदलाव के साथ बदल सकता है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस करेले को देख आप बचपन से नाक सिकोड़ रहे हैं

वो दरअसल भारत नहीं बल्कि सबसे पहले अफ्रीका में पाया गया था

अफ्रीका के सूखे मौसम में कुंग शिकारियों के लिए करेला मुख्य भोजन था

इसे सबसे पहले वहीं देखा भी गया. समय के साथ करेला पूरे एशिया में फैलता गया

वक्त के साथ लोगों को इसके अद्भुत फायदों के बारे में भी पता चला

करेले में नॉन-टॉक्सिक ग्लाइकोसाइड मोमोर्डिसिन होता है

जो इसको कड़वाहट देता है और साथ ही फायदे देने का काम भी करता है