दिवाली के पहले ही हवा में हल्की ठंडक महसूस होने लगी है, बदलते मौसम के साथ सर्दी-जुकाम की दिक्कतें होंगी
कई लोगों को धूल-धुएं और मौसम से एलर्जी रहती है और दिवाली के समय पटाखों की वजह से ये और बढ़ेगी
नॉर्मल से सर्दी-जुकाम को कभी हम कोल्ड कह देते हैं, कभी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई हो, तो फ्लू कह देते हैं या कभी एलर्जी.
दिवाली नजदीक है...और यदि आप या आपके पास अस्थमा या ब्रोंकाइटिस के पेशेंट हैं तो पटाखे चलाने से बचें.
दिवाली के दौरान डस्ट और पटाखों के धुएं की वजह से खांसी की दिक्कत होने पर अस्थमा या ब्रोंकाइटिस के पेशेंट को खास ख्याल रखना चाहिए.
आपके पास कहीं भी पटाखे जलें तो अस्थमा के मरीज का खास ध्यान रखें, नाक और मुंह को अच्छी तरह मास्क से कवर कर लें.
जब पटाखे चल रहे हों तो यदि सांस की दिक्कत वाले लोग घर के अन्दर हों, तो खिड़की-दरवाजे बंद रखें
जिन लोगों को सांस की दिक्कत है तो वो बहुत गर्म, ठंडी या नमी वाली जगह जैसे स्विमिंग पूल या फाउंटेन के पास न जाएं.
ठंड ज्यादा है, कमरे में ब्लोअर का यूज कर रहे हैं, तो एक बाल्टी पानी रखें. ब्लोअर की गर्म हवा सीधे चेहरे पर लगने से नाक से ब्लीडिंग हो सकती है.