आपको पता है क्या होता है स्लीप टूरिज्म? जानें आपको इसे क्यों आजमाना चाहिए
क्या आपको अक्सर सुबह जल्द उठने, फटाफट तैयार होने और फिर ऑफिस पहुंचने पर काम के प्रेशर की चिंता सताती है?
अगर हां तो इसकी वजह अच्छी नींद की कमी हो सकती है.
स्टडीज बताती है कि ऑफिस के कामकाज से जुड़े दबाव का असर व्यक्ति के फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर पड़ता है.
अगर आपको भी इस तरह की दिक्कत है तो आपको जल्द स्लीप टूरिज्म का प्लान करना चाहिए.
यह क्या है, इसके क्या फायदे हैं, इस पर कितना खर्च आता है? आइए ऐसे सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं.
स्लीप टूरिज्म को कई नामों से जाना जाता है. इनमें 'Napacations' और 'Nap holidays'शामिल हैं.
यह एक तरह का टूरिज्म है, जिसमें लोग खासकर नींद, आराम और खुद को रिचार्ज करने की कोशिश करते हैं.
इसमें व्यक्ति रोज की आपाधापी से मुक्त होकर अच्छी नींद और आराम पर फोकस करता है.
स्लीप टूरिज्म में लोगों की बढ़ती दिलचस्पी की एक वजह यह है कि भारत में 93% लोगों को अच्छी नींद नहीं आ रही है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि व्यक्ति के लिए रोजाना 7-9 घंटे की अच्छी नींद जरूरी है.लेकिन, बहुत कम लोग अच्छी नींद ले पा रहे हैं.
उन्हें निगेटिव ख्याल आते हैं. उन्हें नौकरी जाने का डर सताता है. इसका सीधा असर प्रोडक्टविटी पर पड़ा है.
56 फीसदी पुरुषों ने बताया कि हमेशा थका महसूस करने की वजह से वे अपने काम पर कंसंट्रेट नहीं कर पाते हैं. ऐसे प्रॉब्लम को दूर करने में स्लीप टूरिज्म मददगार साबित हो रहा है.