खाने में स्वाद जोड़ने के लिए दही अब एक मैंडेटरी आइटम हो गया है. हर किसी को खाने के साथ दही खाना बहुत ही पसंद है.
ऐसे में लोग इसे फीका खाना पसंद करते हैं. वहीं कुछ लोग इसमें चीनी, नमक, गुड़ मिलाकर खाना पसंद करते हैं.
दही प्रोटीन और कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत होता है जिसे हम नियमित तौर पर अपनी डाइट में शामिल करते हैं.
लेकिन अगर आप दही में नमक मिलाकर खाते हैं तो यह जान लेना जरूरी है कि ऐसा करना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.
डायटिशियन के मुताबिक दही का एसिडिक नेचर होता है, ऐसे में दही में ज्यादा नमक डालकर खाने से हमें बचना चाहिए क्योंकि इससे पित्त और कफ बढ़ सकता है.
दही में पेट के लिए फायदेमंद लैक्टोबेसिलस बैक्टीरिया होते हैं. ये बैक्टीरिया जीवित रूप में ही हमारे शरीर को फायदा पहुंचाते हैं.
आयुर्वेद के मुताबिक, जब हम दही में नमक डालते हैं तो ये बैक्टीरिया मर जाते हैं और फिर हम दही के साथ मरे हुए बैक्टीरिया खा रहे होते हैं जो शरीर को फायदे की बजाए नुकसान पहुंचाते हैं.
आयुर्वेद में कहा गया है कि दही की मिठास और खट्टापन वाले गुण के कारण उसमें म्यूकस पनप सकते हैं जिससे सांस संबंधी परेशानी या आर्थराइटिस की दिक्कत हो सकती है.
लेकिन अगर आप दही बिना चीनी के नमक डालकर ही खाना चाहते हैं तो उसमें सादा नमक या काला नमक डालने के बजाए सेंधा नमक डालें.
आयुर्वेद में यह भी कहा गया है कि दही को सादा नहीं खाना चाहिए. दही में चीनी, शहद या गुड़ डालकर खाना चाहिए.