अगर आप एक्सपायर हो चुके साबुन का करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधना, वरना...
आमतौर पर लोग साबुन के बारे में नहीं जानते हैं कि यह कब एक्सपायर होता है. हालांकि अन्य खाने-पीने की वस्तुओं की तरह साबुन भी एक्सपायर होता है.
ऐसे में अगर कोई एक्सपायर साबुन लगा लें तो इसका उसके शरीर पर क्या असर होगा.
सबसे बड़ी बात यह है कि आमतौर पर साबुन के पैकेट में लोग कभी नहीं देखते हैं कि यह कब एक्सपायर हो रहा है.
जब आप साबुन को खोलेंगे तो भी यह पता नहीं लगेगा कि साबुन एक्सपायर हो गया है क्योंकि साबुन के रंग-रूप में कोई फर्क नहीं दिखता है.
शोध के अनुसार, एक्सपायर साबुन लगाने से स्किन को भारी दिक्कत हो सकती है. खासकर के इसमें बैक्टीरिया को मारने की क्षमता नहीं रह पाती है.
साबुन जब एक्सपायर हो जाता है तब इसका पीएच लेवल भी बदल जाता है जिससे स्किन में इरीटेशन जैसे लक्षण दिखते हैं.
डॉ. ने बताया कि एक्सपायर साबुन लगाने से स्किन में इरीटेशन, ड्राइनेस और एलर्जीक रिएक्शन हो सकता है. अगर आपकी स्किन सेंसेटिव है तो इसका नुकसान ज्यादा होगा.
इससे भी ज्यादा नुकसान तब होगा जब एक्सपायर प्रोडक्ट में हानिकारक बैक्टीरिया और फंगस घुस जाएंगे.
जब कोई प्रोडक्ट अपनी प्रभावकारित छोड़ देता है तब उसमें बैक्टीरिया और फंगस का बसेरा हो जाता है. इससे बीमारियों वाले इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है.
एक्सपायर साबुन का पहचानना थोड़ा मुश्किल है लेकिन गौर से देखेंगे निश्चित ही पहचान लेंगे.
सबसे पहले तो साबुन के पैकेट पर देख लीजिए कि कब तक इसका यूज हो सकता है. जब इससे पता न चले तो साबुन को गौर से देखिए. साबुन का रंग हल्का हो गया होगा.
इसके अलावा इसमें कोई खुशबू नहीं होगी. अगर साबुन में मुड़ाव आ गया हो तो भी इसका यूज नहीं करना चाहिए.