उंगलियां चटकाना बढ़ी आम बात है. काम करते-करते, पढ़ाई करते हुए, या फिर फोन चलाते हुए बिना ज्यादा ध्यान दिए हम अपनी उंगलियां चटकाते रहते हैं.
वैज्ञानिकों के मुताबिक शरीर के जॉइंट्स में एक फ्लूड्स होता है,जिसे साइनोवियल फ्लूइड ( Synovial Fluid) कहते हैं. ये तरल शरीर के जॉइंट्स में पाया जाता है.
जब आप उंगलियां चटकाते हैं तो ज्वाइंट्स के बीच मौजूद इस फ्लूड की गैस रिलीज होती है और उसके अंदर बनने वाले बबल्स भी फूटते हैं. यही कारण है कि उंगलियां चटकाने पर आवाज आती है.
आपने देखा होगा कि लगातार दो बार उंगली चटकाने पर आवाज नहीं आती है. माना जाता है कि आवाज के लिए आपको 20 मिनट का इंतजार करना होता है.
रिसर्च के मुताबिक सायनोवियल फ्ल्यूड हड्डियों में ग्रीसिंग का काम करता है लेकिन बार-बार उंगलियां चटकाने से उनके बीच होने वाला लिक्विड कम होने लगता है.