इन समस्याओं में फायदेमंद है आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी नागरमोथा

नागरमोथा को मोथा भी कहा जाता है. यह एक आयुर्वेदिक औषधि है. 

नागरमोथा के पौधे ज्यादा लंबे नहीं होते हैं.  इनकी लंबाई 7-40 सेमी के करीब होती है.

इनके पत्ते हरे और जड़ें ब्राउन रंग की होती हैं. नागरमोथा अक्सर नदियों किनारे पाया जाता है.

इसकी तासीर ठंडी होती है. बुखार, पेट के कीड़े, आंख, सूखी खांसी आदि रोगों में नागरमोथा फायदा पहुंचाता है.

नागरमोथा में मजबूत वातहर गुण होते हैं, जो पाचन क्रिया को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं. ये एसिडिटी को भी दूर रखते हैं

अगर वजन घटाना चाहते हैं तो आप नागरमोथा का सेवन करने पर विचार कर सकते हैं. इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है

मानसिक थकान या फिर स्ट्रेस से जूझ रहे हैं, तो नादरमोथा को दूध में मिलाकर पी लीजिए. इससे काफी आराम मिलता है

जिन लोगों के नींद आने में दिक्कत होती है, वह बेहतर नींद के लिए रात में सोने से पहले इन चाय का सेवन भी जरूर करें

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-अस्थमैटिक गुण होते हैं. इसका इस्तेमाल सांस संबंधी दिक्कतों को दूर करने के भी किया जाता है.