सरसों के साग में कैल्शियम, जिंक, फास्फोरस, बीटा कैरोटीन, आयरन, विटामिन बी 9, फाइबर, आदि न्यूट्रिशन पाए जाते हैं.
सर्दियों के मौसम में लोग बड़े चाव के साथ सरसों का साग खाते हैं.
न्यूट्रिशन से भरपूर सरसों का साग कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
जिन लोगों को किडनी स्टोन या फिर किडनी से जुड़ी बीमारियां हो उन्हें सरसों के साग से परहेज करना चाहिए, नहीं तो समस्या बढ़ सकती है.
जो लोग एसिडिटी की समस्या से जूझ रहे हो उन्हें सरसों का साग खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर होता है जिससे प्रॉब्लम बढ़ सकती है.
अगर आपको किसी भी तरह की स्किन एलर्जी है तो सरसों का साग ज्यादा न खाएं या फिर खाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.
दिल संबंधित समस्याएं हैं तो सरसों के साग खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि इसमें मौजूद विटामिन के खून के थक्के जमाने में कारगर होता है.
सरसों का साग खाने के फायदे भी कम नहीं है, इम्यूनिटी बूस्ट करने से लेकर ये अस्थमा तक में फायदेमंद है. हालांकि इसे भी एक सीमित मात्रा में ही खाएं.