बेहद खूबसूरत है भारत के ये गांव, धरती के स्वर्ग से किया कमपेयर

कल्पा, हिमाचल प्रदेश हिमाचल प्रदेश तो वैसे ही काफी प्रसिद्ध है. कल्पा गाँव किन्नौर ज़िले में स्थित एक बस्ती है और यह सतलुज नदी की घाटी में स्थित है और हिन्दू व बौद्ध धार्मिक स्थल है. समुद्र तल से कल्पा की ऊंचाई करीब 2960 मीटर हैं.

बीड़ गाँव हिमाचल प्रदेश के काँगड़ा जिले में जोगिंदर नगर घाटी के पश्चिम में स्थित है. और इस गांव को “भारत का पैराग्लिडिंग कैपिटल” भी कहा जाता है. बीड़ में एक बड़ा स्तूप भी बना है. 

लामायुरू गांव, लद्दाख के लेह ज़िले में स्थित एक गांव है. लामायुरु गांव लद्दाख के सबसे पुराने और बड़े गोम्पों (मठ) में से एक है जिसकी आबादी लगभग 150 स्थायी भिक्षुओं की है. अतीत में, इसमें 400 भिक्षु रहते थे, जिनमें से कई अब आसपास के गांवों में गोम्पों में स्थित हैं.

माणा, हिमालय में भारत और तिब्बत/चीन की सीमा से लगा एक अंतिम भारतीय गांव है जो चमोली जिले में स्थित है। यह गांव सरस्वती नदी के तट पर है और यह लगभग 3219 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह गांव हिमालय की पहाड़ियों से घिरा हुआ है.

खिमसर गांव, राजस्थान के थार मरुस्थल के किनारे बसा हुआ है और इस गांव के बीचों बीच के पानी जो झील है जो इस मरुस्थल को एक शाद्वल में बदलती है। इस गांव के चारों ओर दूर-दूर तक सिर्फ रेत ही रेत है जो इसे काफी खूबसूरत और शांत बनाती है.

मौलिन्नोंग गांव, मेघालय भारत के उत्तर-पूर्व मेघालय का मावलिन्नांग गांव है, जिसके नाम ''एशिया का सबसे स्वच्छ गांव'' का खिताब है। यह गांव स्वच्छता के मानचित्र पर अपनी एक अलग पहचान रखता है.

कुट्टनाद गांव, अलाप्पुझा: केरल देश का सबसे खूबसूरत राज्य है जो पूरी तरह से हरियाली और बैकवाटर्स के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्द है. ऐसा माना जाता है कि यह दुनिया की इकलौती जगह है जहां समुद्र तल से 2 मीटर की गहराई पर खेती की जाती है.

कार्तिक स्वामी गांव, रुद्रप्रयाग: उत्तराखंडउ के रुद्रप्रयाग जिले में रुद्रप्रयाग-पोखरी मार्ग पर कनक चौरी गांव के पास 3050 मीटर की ऊंचाई पर एक पहाड़ी की चोटी पर कार्तिक स्वामी मंदिर स्थित है.

दर्चिक गांव, लद्दाख: दार्चिक  आर्यन घाटी क्षेत्र का एक गांव है, जो लद्दाख के कारगिल जिले की कारगिल तहसील में स्थित है. दार्चिक गांव में गुंड (बर्जय), होर्डास और सनाचाय नाम के गांव शामिल हैं। यह बौद्ध ब्रोकपा लोगों द्वारा आबाद है.