कोरोना वायरस के बाद अब हंता वायरस (Hanta Virus) ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. स्वास्थ्य विभाग ने भी इस बीमारी हो लेकर अलर्ट जारी किया है. 

रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 जनवरी से लेकर 1 जुलाई, 2024 तक 7 लोग हंतावायरस पल्मोनरी सिंड्रोम (HPS) की चपेट में आ चुके हैं. 

बता दें कि HPS सांस से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है. जानिए यह वायरस कितना खतरनाक है और इससे कैसे बचा जा सकता है...

हंता वायरस क्या है चूहों या उनके पेशाब या लार के संपर्क में आने से लोग जानलेवा हंता वायरस से संक्रमित हो जाते हैं और इससे हंतावायरस पल्मोनरी सिंड्रोम व हैमोराजिक फीवर विद रीनल सिंड्रोम बीमारी होती हैं.

वैसे तो हंता वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैलता है लेकिन यह एक जगह तक सीमित नहीं रहता है, जिससे यह खतरनाक बन जाता है.

जानें इसके लक्षण सके लक्षणों में थकावट, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, उल्टी डायरिया, पेट दर्द शामिल हैं. अमेरिका में इससे 4 लोगों की मौत हो गई है. 

क्या है इसका इलाज हंता वायरस का कोई खास इलाज या वैक्सीन नहीं है. हालांकि, अगर संक्रमितों की पहचान जल्दी हो जाती है तो उन्हें जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है. 

वहीं, स्थिति गंभीर होने पर मरीजों को इंटुबैट करते हैं. गंभीर सांस की समस्या होने पर ऑक्सीजन थेरेपी दी जाती है.

हंता वायरस कितना खतरनाक सीडीसी के मुताबिक, हंता वायरस में मृत्यु दर 38% होती है. इस बीमारी का पता लगाने में एक से 8 हफ्तों का समय लग सकता है.