कैंसर के मामले भारत समेत दुनियाभर में तेज़ी से बढ़ रहे हैं. WHO के मुताबिक, साल 2022 में कैंसर के 2 करोड़ नए मामले सामने आए थे. 97 लाख मौतें भी हुई थीं.

इसके लिए ज़रूरी है कैंसर के लक्षणों को पहचानना और 40 साल की उम्र के बाद कुछ आम टेस्ट करवाना. इससे बड़ी आसानी से कैंसर को पकड़ा जा सकता है.

कैंसर का खतरा जिन लोगों की इम्यूनिटी खराब होती है और जिनमें धूम्रपान और शराब की लत होती है तो उनको कैंसर का खतरा ज्यादा होता है.

क्या है मेटास्टैटिक कैंसर मेटास्टैटिक कैंसर बीमारी का एक एडवांस स्टेज है जिसे 'स्टेज 4 कैंसर', या फिर सेकेंडरी कैंसर भी कहा जाता है.

यह सर्विक्स से आगे अन्य टिशू या अंगों में फैल सकता है, यह फेफड़ों, हड्डियों, लिवर आदि को प्रभावित कर सकता है. जब कैंसर अन्य अंगों में फैल जाता है तो जीवित रहने की दर कम हो जाती है.

क्या हैं लक्षण हड्डियों में दर्द, हाथ और पैरों में कमज़ोरी आना, खून में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाने की वजह से चक्कर आना इस कैंसर के शुरुआती लक्षण हैं.

कैसे फैलता है ये जब शरीर में ट्यूमर फट जाता है, उसके बाद यह कैंसर खून के जरिए पूरे शरीर में फैलकर सबसे पहले हड्डियों को अपना शिकार बनाता है

क्या है इसका इलाज डॉक्टरों का कहना है कि रेडिएशन और इम्यूनोथेरेपी से, कुछ मेटास्टेटिक कैंसर में, लंबे समय तक जिंदा रहना मुमकिन हो सकता है.

Disclaimer यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें.