उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 144 सालों बाद आयोजित 'पूर्ण महाकुंभ 2025' में हर रोज संत-महात्माओं के कई रंग रूप देखने को मिल रहे हैं. 

इस महाकुंभ में एक खास बात यह है कि यहां आए कई साधु-संत ऐसे भी हैं, जिनका अनोखा अंदाज सोशल मीडिया पर चर्चा में बना हुआ है.

एक संत ऐसे भी हैं, जो महाकुंभ में बाइक से पहुंचे हैं. इनका नाम बवंडर बाबा है और वे केसरिया रंग की बाइक पर झंडा और जागरूकता संदेश लेकर आए हैं.

आपको बता दें बवंडर बाबा अब तक 25 राज्यों में करीब 1.15 लाख किलोमीटर यात्रा कर चुके हैं, जिनका उद्देश्य जन-जागरूकता फैलाना है

महाकुंभ में आए बवंडर बाबा का लुक को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि वे किसी रॉकस्टार से कम नहीं लगते.

बवंडर बाबा अपनी बाइक पर ही सोने और खाने की व्यवस्था रखते हैं. वे किसी अखाड़े में रुकने के बजाय अपनी बाइक पर बिस्तर बिछाकर कहीं भी सो जाते हैं.

उनके सिर पर सनातन धर्म की ध्वजा रहती है. साथ ही उनका रथ उन हाईटेक बाबाओं की तरह है, जो हर जगह अपने संदेश को फैलाने में व्यस्त रहते हैं.

दरअसल, मध्य प्रदेश के रहने वाले विनोद सनातनी ने 14 साल की उम्र में संन्यास लिया था और तब से वे जनकल्याण के लिए लोगों को संदेश देते आ रहे हैं.

भ्रमण के दौरान उन्होंने देखा कि लोग हिंदू देवी-देवताओं के चित्र और प्रतिमाओं को पूजा करने के बाद कचरे में फेंक देते हैं, जिससे उनके प्रति अपमान होता है.

बवंडर बाबा ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और अपनी मुहिम को सफल बनाने के लिए सरकार से लेकर अदालतों तक ज्ञापन भेजे हैं, साथ ही नुक्कड़ सभाओं और सेमिनारों के जरिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं.