नीरज चोपड़ा के पास दो गोल्ड मेडल लाने वाला पहला भारतीय एथलीट बनने का मौका है. टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने हाल ही में कई कामयाबी हासिल की है. वह दो व्यक्तिगत ओलंपिक गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बन सकते हैं.
ओलंपिक में भारत की ओर से महिलाओं ने कभी गोल्ड मेडल नहीं जीता है. ओलंपिक में महिलाओं ने दो सिल्वर और छह कांस्य पदक जीते हैं. पेरिस में भारतीय महिला खिलाड़ियों के सामने इस उपलब्धि को हासिल करने का बड़ा मौका है.
भारत के अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग में पुरुष निशानेबाजी में गोल्ड मेडल जीता था. पेरिस में महिला निशानेबाजों के पास पहला शूटिंग गोल्ड मेडल जीतने का मौका है. सिफत कौर सामरा और मनु भाकर से भारत को काफी उम्मीदें हैं.
शूटिंग में भारत के पास पहला मिक्स टीम मेडल लाने का भी मौका होगा. 10 मीटर एयर राइफल और 10 मीटर एयर पिस्टल दोनों इवेंट इस मामले में खास होंगे.
भारत ने अभी तक बॉक्सिंग में भी कोई गोल्ड नहीं जीता है. पेरिस में निखत जरीन, लवलीना बोरगोहेन के लिए इस उपलब्धि को हासिल करने का मौका है. दोनों मुक्केबाज बड़े मंच पर जीतना जानती हैं. लवलीना ने टोक्यो में कांस्य पदक जीता था.
पेरिस में भारत के पास ओलंपिक में पहले बैडमिंटन गोल्ड मेडल को हासिल करने का भी अवसर है. बैडमिंटन में भारत के पास पीवी सिंधु, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी, लक्ष्य सेन, एच एस प्रणय जैसे स्टार खिलाड़ी हैं.
पीवी सिंधु के पास हैट्रिक लगाने का मौका है. भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने रियो और टोक्यो ओलंपिक में क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते थे. वह लगातार तीन व्यक्तिगत ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर पेरिस में इतिहास रच सकती हैं.
भारत के पास तीरंदाजी में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. भारत को पेरिस में अपने पहले तीरंदाजी मेडल का इंतजार खत्म होने की उम्मीद है.
भारत के लिए पेरिस ओलंपिक को अपना सर्वश्रेष्ठ ओलंपिक बनाने का शानदार अवसर है. भारत के नजरिए से यह सबसे बड़ी उपलब्धियों में एक होगी.
भारत पहली बार ओलंपिक में मेडल के मामले में दहाई का आंकड़ा छूना चाहेगा. मेडल जीतने के मामले में टोक्यो ओलंपिक भारत के लिए बेस्ट रहा है, तब भारत ने सात मेडल जीते थे.