मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में इतिहास रच दिया है. वो एक ही ओलंपिक खेल में एक से ज्यादा पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं.
उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में दक्षिण कोरिया को 16-10 से हराकर कांस्य पदक जीता है.
इससे पहले उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था.
ओलंपिक के इतिहास में भारत का यह 25वां ओलंपिक होगा. भारत ने पिछले 24 ओलंपिक में अब तक कुल 35 पदक जीते हैं.
लेकिन क्या आप को पता है कि 1900 के खेलों के दौरान भारत ने एथलेटिक्स में दो रजत पदक जीते थे. तो आइये जानते हैं, उस एथलीट के बारे में-
नॉर्मन गिल्बर्ट प्रिचर्ड… ये वो शख्स हैं जिन्होंने भारत को पहला ओलंपिक पदक दिलाया था.
साल 1900 में कलकत्ता से नॉर्मन गिल्बर्ट प्रिचर्ड, छुट्टियों के लिए इंग्लैंड गए थे और वहीं पर उन्होंने पेरिस ओलंपिक में भाग लेने का फैसला किया.
एथलीट प्रिचर्ड ने दो रजत पदक जीते पहला 200 मीटर और दूसरा 200 मीटर बाधा दौड़. ये भारत का पहला ओलंपिक मेडल था.
नॉर्मन का जन्म 23 जून, 1875 को जॉर्ज पीटरसन प्रिचर्ड और हेलेन मेनार्ड प्रिचर्ड के घर अलीपुर, कलकत्ता में हुआ था.
नॉर्मन प्रिचर्ड एक बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी थे और उन्होंने 1894-1900 के बीच लगातार सात बार बंगाल 100 यार्ड जीता था.
उन्होंने 1898 और 1899 में 100 मीटर स्प्रिंट में 10.0 सेकंड का रिकॉर्ड बनाया. हालांकि ये किसी को नहीं पता कि वो इंग्लैंड क्यों गए थे.
ओलंपिक्स की आधिकारिक वेबसाइट पर उन्हें 'विवादित' ओलंपियन बताया गया है क्योंकि उन्हें भारत के साथ ब्रिटेन ने भी अपना खिलाड़ी बताने का दावा किया था.