पहलवान विनेश फोगाट को बीते दिनों पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के 50 किग्रा वर्ग के फाइनल से 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
इसके बाद उन्होंने सिल्वर मेडल दिए जाने का अनुरोध किया, लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गई. फिलहाल भारत पहुंचने के बाद उनका भव्य स्वागत किया गया.
इस बीच इंटरनेट पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि भारत लौटने के बाद इस एथलीट को विभिन्न कंपनियों, कारोबारियों और संस्थाओं से 16 करोड़ रुपये से अधिक की पुरस्कार राशि मिली है.
इसके बाद विनेश के पति सोमवीर राठी ने इन दावों का खंडन किया और सभी से सोशल मीडिया पर झूठी खबरें न फैलाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इससे हमारा नुकसान तो होगा ही. सामाजिक मूल्यों का भी नुकसान होगा. यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन मात्र है.
इस पोस्ट में उन्होंने सुभाष फौजी के पोस्ट का स्क्रीनशॉट लगाया है, जिसमें विनेश फोगाट की तस्वीर के नीचे उन्हें मिले इनामों की लिस्ट दी गई है, जिन्हें जोड़ने पर 16 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि होती है.
इस लिस्ट में दावा किया गया है कि हरियाणा व्यापार संगठन, अंतरराष्ट्रीय जाट महासभा, पंजाब जट्ट एसोसिएशन, शहीद भगत सिंह एसोसिएशन और एकेएम इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड ने विनेश फोगाट को 2-2 करोड़ रुपये यानी कुल 10 करोड़ रुपये दिए.
इसके अलावा प्रनिल प्रॉपर्टी पॉइंट प्राइवेट, रियलटाइम रियल्टर्स, धत्रवाल कंस्ट्रक्शन गुरुग्राम, पटियाला फाउंडेशन और खालसा फाउंडेशन पंजाब ने 1-1 करोड़ यानी कुल 5 करोड़ रुपये की राशि दी.
इतना ही नहीं लिस्ट में यह दावा भी किया गया कि विनेश फोगाट को बीबी भानी मेमोरियल एजुकेशनल वेलफेयर सोसाइटी पंजाब की ओर से 51 लाख रुपये दिए गए.
महाराजा सूरजमल यूथ ब्रिगेड भरतपुर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी राजस्थान, जाट महासभा अजमेर जोधपुर, वीर तेजाजी ट्रस्ट राजस्थान ने 21-21 लाख रुपये यानी कुल 84 लाख रुपये की धनराशि इनाम के रूप में दी गई है. ये कुल धनराशि 16 करोड़ 35 लाख रुपये होती है.
बता दें कि फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में उस वक्त इतिहास रच दिया, जब वह 50 किग्रा वर्ग के कुश्ती मुकाबले के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं. ओलंपिक से अयोग्य घोषित होने के बाद उन्होंने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी है.