भारत की सबसे बेहतरीन पहलवानों में से एक मानी जाने वाली विनेश फोगाट के पास कुश्ती की एक मजबूत विरासत है.
विनेश अपनी बहनों गीता फोगाट और बबीता फोगाट के नक्शेकदम पर चलते हुए भारत के सबसे प्रतिष्ठित कुश्ती परिवारों में से एक से आती हैं.
वह तीन बार की ओलंपियन हैं, जिन्होंने तीन अलग-अलग भार वर्गों में प्रतिस्पर्धा कर चुकीं हैं: 2016 में 48 किलोग्राम, 2020 में 53 किलोग्राम और 2024 में 50 किलोग्राम.
2024 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में, वह तत्कालीन ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी को हराने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय पहलवान बनीं.
विनेश ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं थी.
हालाँकि, उन्हें अपने इवेंट के दूसरे दिन निर्धारित वजन से 100 ग्राम ज़्यादा होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
विनेश को ओलंपिक से भले ही निराशा हाथ लगी हो, लेकिन उन्होंने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं जो उनके कौशल का परिचय देती हैं.
Commonwealth Games: विनेश फोगाट राष्ट्रमंडल खेलों में 3 बार की स्वर्ण पदक विजेता हैं, उन्होंने 2014, 2018 और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते हैं.
World Championships: उन्होंने 2019 और 2022 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक भी जीते हैं.
Asian Games: 2014 इंचियोन एशियन गेम्स में कांस्य पदक और 2018 जकार्ता में स्वर्ण पदक भी जीत चुकी हैं.