कुछ ऐसे तोड़ा प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम ने उपवास

पीएम मोदी ने सोमवार को राम मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के बाद अपना 11 दिन का उपवास तोड़ा दिया है.

समारोह  के बाद स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज के हाथों से चरणामृत ग्रहण कर पीएम मोदी ने 11 दिनों का उपवास पूरा किया.

प्रधानमंत्री मोदी ने 12 जनवरी को नासिक के काला राम मंदिर में 11 दिवसीय विशेष अनुष्‍ठान की शुरूआत की थी.

इसी दौरान पीएम मोदी ने अनुष्ठान से जुड़े कड़े नियमों का भी पालन किया.  शास्त्रों में प्राण प्रतिष्ठा के लिए लोगों के वास्ते सख्त और कठिन दिशा-निर्देश हैं. 

पीएम मोदी ने बताया था कि वह आध्यात्मिक यात्रा के कुछ विद्वानों के मार्गदर्शन में विशेष अनुष्ठान शुरू कर रहे हैं. 

उन्होंने कहा था कि वह नासिक में धाम-पंचवटी से अनुष्ठान शुरू किया था. जिसके बारे में माना जाता है कि भगवान राम ने वहां लंबा समय व्यतीत किया था. 

शास्त्रों में देव प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा एक विशद एवं वृहद प्रक्रिया है. इसके लिए विस्तृत नियम बताए गए हैं, जिनका प्राण प्रतिष्ठा के कई दिन पहले से पालन करना होता है.

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से तीन दिन पहले पीएम मोदी बिस्तर की जगह जमीन पर सोए. इस दौरान उन्होंने कठोर उपवास भी रखा.

इस बीच पीएम मोदी ने केवल फलों का सेवन किया। पीएम मोदी लकड़ी की चौकी या खाट पर सिर्फ कंबल बिछाकर सोए.

प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ण व्रत रखा. पीएम मोदी विशिष्ट मंत्रों का जाप भी किया.