कौन हैं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मुख्य यजमान बनाए गए डॉ. अनिल मिश्रा?
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसके लिए अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं.
रामलला की प्रतिमा की स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त में होने वाले मुख्य अनुष्ठान में डॉक्टर अनिल मिश्रा अपनी पत्नी ऊषा मिश्रा के साथ मौजूद रहेंगे.
डॉक्टर अनिल मिश्रा को रामलला की प्रतिमा की स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त में होने वाले मुख्य अनुष्ठान में मुख्य यजमान बनाया गया है.
अनिल मिश्रा पीएम मोदी के साथ मुख्य यजमान के तौर पर अनुष्ठान पूरे कराएंगे.
पेशे से होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. अनिल मिश्रा को खास तौर पर इसके लिए चुना गया है. वह आरएसएस के समर्पित कार्यकर्ता भी हैं.
डॉ. मिश्रा को सरकार ने 2020 में गठित श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में भी शामिल किया था. वह अयोध्या में ट्रस्ट में शामिल होने वाले तीन लोगों में से थे.
1981 में होम्योपैथी की पढ़ाई पूरी होने तक डॉ. मिश्र संघ के सक्रिय कार्यकर्ता बन चुके थे. वह एक कार्यकर्ता के तौर पर सक्रिय रहे.
तकरीबन 20 साल पहले जब अवध प्रांत का गठन हुआ तो संघ में उन्हें सह कार्यवाह की जिम्मेदारी सौंपी गई.
डॉ. अनिल मिश्रा को 2005 में प्रांत कार्यवाह बनाया गया था. वह लगातार सक्रिय रहे. गोंडा के जिला होम्योपैथिक अधिकारी पद से रिटायर होने के बाद वह पूरी तरह से संघ और राम की सेवा में जुट गए.