रात को आसमान में क्यों दिखी टूटते तारों की बरसात? खुली आंखों से भी दिए दिखाई

क्या आपने कभी आसमान में तारे टूटते देखे हैं? तारों का टूटना किसे कहते हैं?

यहां हम आपको बताएंगे कि बीती रात को आसमान में क्यों टूटते तारों की बरसात दिखी..और उसका क्या तात्पर्य था

जेमिनिड मीटियोर शावर 14 दिसंबर की रात में अपने पीक पर रहा, जिसे 15 दिसंबर की सुबह तक आसमान में देखा गया

इस खगोलीय घटना को देखने के लिए किसी विशेष उपकरण की जरूरत नहीं पड़ी..यानी लोगों ने खुली आंखों से यह देखी

मीटियोर शावर तब होते हैं जब एस्टेरॉयड या कॉमेट के छोटे अवशेष हाई स्पीड से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं..जिससे आकाश रोशन हो जाता है

अब तक कई बार ऐसा हुआ है जब एस्टेरॉयड या कॉमेट के छोटे अवशेष हाई स्पीड से वायुमंडल में आए और तेज रोशनी फैली

खगोलविदों के अनुसार, दिल्ली में मीटियोर शावर 14 दिसंबर को शाम 6.53 बजे के आसपास दिखाई देना शुरू हुए

कुछ लोगों ने भारत के नैनीताल में भी हर मिनट 2-3 मीटियोर आसमान से गिरते देखे