NASA भी जहां नहीं पहुंचा, वहां चंद्रयान-3 से कामयाबी के झंडे गाड़ेगा ISRO, साउथ पोल को चुनने की ये है बड़ी वजह
सरो का चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा
यह चांद का ऐसा इलाका है जहां पर अब तक किसी भी देश की अंतरिक्ष एजेंसी नहीं पहुंच पाई है
यहां लैंड करना बड़ी चुनौती भी है, क्योंकि 2019 में चंद्रयान-2 यहीं लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया था
चंद्रयान-3 चांद से बस चंद किलोमीटर दूर है
23 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत एक नया इतिहास लिख देगा
शक चांद पर कदम रखने के मामले में भारत चौथे नंबर पर होगा
जिस जगह चंद्रयान-3 लैंड करने वाला है, वह ऐसा इलाका है जहां अब तक NASA भी नहीं पहुंच सका
चंद्रयान-3 चांद के साउथ पोल पर लैंड होगा, चांद के इस दक्षिणी ध्रुव पर अब तक कोई भी स्पेस एजेंसी नहीं पहुंच सकी है