आपके मन में भी ये सवाल उठ रहे होंगे कि चंद्रयान-3 अभी कहां है, वो चांद पर कब उतरेगा और वहां क्या करेगा?
इसरो के वैज्ञानिकों के अनुसार, Chandrayaan-3 की चांद पर लैंडिंग की पूरी प्रक्रिया के दौरान अंतिम 15-20 मिनट काफी अहम होने वाले हैं
ISRO के पूर्व वैज्ञानिक और पद्मश्री विजेता एम अन्नादुरई इसे मील का पत्थर मानते हैं, वो कह रहे हैं कि सालों की मेहनत का मिनटों में हिसाब होगा
एम अन्नादुरई के मुताबिक, अगला अहम पड़ाल अंतिम 15-20 मिनट होंगे, जब लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर तय जगह पर लैंडिंग करेगा
एम अन्नादुरई के मुताबिक, लैंडर को सॉफ्ट लैंडिंग करने में 20 से 30 मिनट का समय लगेगा. यह एक स्वायत्त गतिविधि होगी, यानी तब उसे हम काबू नहीं कर पाएंगे
ISRO के मिशन साइंटिस्ट इसे एक दिन पहले यानी 22 अगस्त को ही प्रोग्राम कर देंगे, लेकिन विक्रम की लैंडिंग स्वायत्त होगी
फिलहाल, पूरी दुनिया यह देखने के लिए इंतजार कर रही है कि चांद पर Chandrayaan-3 का लैंडर 'विक्रम' क्या करेगा और प्रज्ञान उससे बाहर आकर क्या करेगा
एम अन्नादुरई के मुताबिक, 23 अगस्त को शाम 5.47 पर चांद की सतह पर स्पेसक्राफ्ट को ले जाने के लिए अंतिम 30 किमी से अंतिम फायरिंग होगी
एम अन्नादुरई कहते हैं कि लैंडर 'विक्रम' के चांद पर सफलतापूर्वक उतरने की प्रक्रिया काफी अहम होगी, ऐसा होना मील का पत्थर साबित होगा