कोई व्यक्ति कितना जिएगा, इस बात की भविष्यवाणी करने के लिए डेनमार्क में एक रिसर्च की जा रही है. रिसर्चर AI आधारित एक एल्गोरिदम विकसित कर रहे हैं, जिसे Life2Vec नाम दिया गया है.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) पर आधारित यह मॉडल स्वास्थ्य या जीवन की घटनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की भविष्यवाणी कर सकता है.
यह ChatGPT के समान ही प्रक्रिया का उपयोग करता है. यह जीवन को प्रभावित करने वाले वैरिएबल्स जैसे जन्म, शिक्षा, सामाजिक लाभ या यहां तक कि वर्क शेड्यूल का भी विश्लेषण करता है.
रिसर्च के लिए डेनमार्क के लगभग 60 लाख लोगों का डेटा जमा किया गया है. इससे घटनाओं के क्रम का विश्लेषण करके अंतिम सांस तक जीवन के परिणामों की भविष्यवाणी करना संभव है.
यह AI मॉडल स्वास्थ्य के साथ ही प्रजनन क्षमता या मोटापे की भविष्यवाणी कर सकता है. इससे यह भी अनुमान लगाया जा सकता है कि आप जिंदगी में ढेर सारा पैसा कमा पाएंगे या नहीं.
जब मृत्यु की भविष्यवाणी करने की बात आती है, तो 78% मामलों में यह AI मॉडल सही साबित हुआ है.
जब यह भविष्यवाणी करने की बात आती है कि कोई व्यक्ति दूसरे शहर या देश में जाएगा या नहीं, तो यह 73% मामलों में सही पाया गया.
जानकारों के अनुसार, इस AI मॉडल इस्तेमाल हमसे भेदभाव करने के लिए किया जा सकता है. जैसे आपको अधिक बीमा प्रीमियम देना पड़ सकता है, क्योंकि कंपनियों के पास आपकी मौत के बारे में अनुमान होगा.