स्पेस में कैसे रहते हैं एस्ट्रोनॉट्स? खाने-नहाने से लेकर जानें सबकुछ
अतंरिक्ष की दुनिया रहस्यों से भरी हुई है. जिसके बारे में हर कोई जानने के लिए उत्सुक रहता है.
आइये आपको बताते हैं कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में एस्ट्रोनॉट्स की जिंदगी कैसी होती है?
हमारा शरीर धरती के वातावरण के अनुकूल है. इसलिए स्पेस स्टेशन के अंदर भी उसी तरह का Atmosphere बनाया जाता है.
आपको बता दें कि अंतरिक्ष यात्रियों के लिए स्पेसक्राफ्ट के जरिए पृथ्वी से ऑक्सीजन मंगवाई जाती है.
इस ऑक्सीजन को एक प्रेशराइज्ड टैंक में भर ली जाती है. इसके अलावा स्पेस स्टेशन में पानी से ऑक्सीजन बनाने का भी सिस्टम है.
स्पेस स्टेशन पर पानी को रिसाइकिल करके दोबारा उपयोग में लाया जाता है.
स्पेस स्टेशन के टॉयलेट में वैक्यूम क्लीनर लगा होता है. वेस्ट को वैक्यूम क्लीनर जमा कर लेता है.
बता दें कि स्पेस स्टेशन में भी कचरा होता है, उसे इक्ट्ठा करके पृथ्वी पर लाया जाता और यहां पर जला दिया जाता है.
एस्ट्रोनॉट्स सोने के समय खुद को स्लीपिंग बैग से बांधकर रखते हैं. जिससे सोते वक्त इधर-उधर न खिसकें.
एस्ट्रोनॉट्स शरीर को गीले तौलिए से पोंछते हैं और बिना पानी के काम करने वाले शैंपू का इस्तेमाल करते हैं.
स्पेस स्टेशन में पानी का नल खोलने पर पानी हर तरफ उड़ने लगता है. इसलिए वहां पर शॉवर या फिर वॉशस्टैंड नहीं होता है.
स्पेस स्टेशन के अंधेरे वाले हिस्से में तापमान -128 डिग्री सेल्सियस होता है, जबकि जिस हिस्से में उजाला रहता है, वहां 93 डिग्री सेल्सियस तापमान रहता है.