आखिर सूर्य और पृथ्वी का जन्म कैसे हुआ? क्या आपको है पता

क्या आपने कभी सोचा कि आखिर सूर्य और पृथ्वी का जन्म कैसे हुआ. दरअसल ये ऐसे सवाल हैं जिनके उत्तर जानने के लिए अमूमन हर कोई उत्सुक होगा.

अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का दावा है कि 4.6 अरब साल पहले तक सौरमंडल में कोई ग्रह नहीं था. सौरमंडल में केवल गैस और धूल के घने बादल थे.

एक बार गैस और धूल के बादलों से दूर अचानक जबरदस्त विस्फोट हुआ. वैज्ञानिकों ने इस घटना को सुपरनोवा का नाम दिया.

सुपरनोवा के वेव से बादल बहुत तेजी से घूमने लगे, जिससे सोलर नेबुला बना.

बादलों के बीच मौजूद गैस और धूल के कण बहुत करीब आ गए, जिससे इनके घूमने की रफ्तार लगातार बढ़ती चली गई.

जिसके चलते धूल और गैस के कण एक केंद्रबिंदु पर आकर इकट्ठा हो गए, जिससे गुरुत्वाकर्षण बल बढ़ता चला गया.

गैस के कण का दवाब इतना अधिक बढ़ गया कि हाइड्रोजन के कण एक दूसरे के साथ मिलकर हीलियम गैस का बनाना शुरू कर दिया.

हीलियम से भारी मात्रा में ऊर्जा निकलने लगी. ऊर्जा की इस आग से एक जलते विशाल गोले का निर्माण हुआ, जिससे सूर्य का जन्म हुआ.

सूर्य की उत्पत्ति के बाद बादलों में मौजूद 99 फीसदी तत्व स्वतः नष्ट हो गए. इसके बाद बचे गैस और धूल के बादल घूमते रहे.