चांद पर पहुंचे, मंगल को नापा, सूर्य से मिलाई आंखें, अब अंतरिक्ष में अपना 'घर' बनाएगा भारत — जानिए क्या हैं ISRO के अगले मिशन

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO के स्पेस प्रोग्राम ने बीते 8 दशकों में बड़ी तरक्की की है, आने वाले सालों में कुछ और भी कमाल होने वाले हैं

भारत ने चांद को चंद्रयान मिशनों के जरिए नापा, और इसरो चांद के उस हिस्से में पहुंचा , जहां आज तक कोई नहीं पहुंच पाया.

चांद की तरह ही भारत ने 2023 में सूर्य के लिए भी अपना मिशन लॉन्च किया, जिसे आदित्य एल—1 कहा गया

अब ISRO के कई अपकमिंग प्रोजेक्ट्स की चर्चा हो रही है, आइए आपको हम यहां उनके बारे में बताएंगे

ISRO चांद के लिए अब तक 3 चंद्रयान लॉन्च कर चुका है. अब चंद्रयान—4 मिशन को भी सरकार ने मंजूरी दे दी है. इसके लिए अगले 36 महीनों में 2014 करोड़ रुपये इसरो को मिलेंगे

चंद्रयान—4 मिशन के तहत पांच मॉड्यूल तैयार होंगे, जिन्हें दो अलग-अलग टाइम पर लॉन्च किया जाएगा..और फिर चांद के अन्य रहस्यों को उजागर किया जाएगा

ISRO ने मार्च 2028 में शुक्र ग्रह पर जाने की योजना बनाई है. इसे मिशन 'वीनस' नाम दिया है, इसमें शुक्र पर एक स्पेसक्राफ्ट (शुक्रयान) भेजा जाएगा, इससे पहले भारत 2014 में मंगल ग्रह पर मार्स ऑर्बिटर भेज चुका है.

मोदी सरकार अब अमेरिका-रूस और चीन की तरह भारतीय अंतरिक्ष यात्री को भी स्पेस में भेजने की तैयारी कर रही है. इस मिशन को 'गगनयान' कहा जा रहा है.. 3 वैज्ञानिक पृथ्वी से बाहर अंतरिक्ष में घूमेंगे

सरकार ने स्पेस में भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन बनाने के लिए भी कदम आगे बढ़ा दिए हैं. इसके लिए 20,193 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है. दिसंबर 2029 तक पहला मॉड्यूल शुरू हो सकता है.