कैसे हुई चांद की उत्पत्ति…पृथ्वी के गर्भ में हजारों KM अंदर क्या छिपा है? वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
अध्ययन में यह खुलासा किया गया है कि करीब 4.5 अरब साल पहले चांद की उत्पत्ति हुई.
नेचर जर्नल में बुधवार, 1 नवंबर को प्रकाशित एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने बताया
जब तथाकथित ग्रह पृथ्वी से टकराया, तो इससे मलबे की बौछार हुई, जिससे चंद्रमा का निर्माण हुआ.
ग्रह का पृथ्वी से टकराना एक पुराना सिद्धांत है, क्योंकि पिछले अध्ययनों में उल्लेख किया गया है कि ग्रह के आकार की वस्तु ‘थिया’ लगभग 4.5 अरब साल पहले पृथ्वी से टकराई थी.
ये बूंदे किसी ग्रह के अवशेष हो सकती हैं, जो प्रारंभिक सौर मंडल में पृथ्वी से टकराई थी.
रिपोर्ट में दावा किया गया कि उत्सर्जित मलबे में से कुछ ने एकत्रित होकर चंद्रमा का निर्माण किया.
अध्ययन में कहा कि पृथ्वी के आंतरिक भाग की भूकंपीय छवियों से सबसे निचले मेंटल में कम भूकंपीय वेग वाले दो महाद्वीप के आकार की विसंगतियों का पता चला है
जिन्हें बड़े निम्न-वेग प्रांतों (LLVP) के रूप में जाना जाता है.
शोधकर्ताओं ने पृथ्वी के अंदर विशाल प्रभाव और संवहन धाराओं के कंप्यूटर सिमुलेशन का उपयोग किया.