नहीं होता पृथ्वी पर जीवन, अगर न होता ये ग्रह, एस्टेरॉयड से भी करता है बचाव

हाल ही में हुए एक दिलचस्प अध्ययन में वैज्ञानिकों ने यह पाया है कि अगर हमारे सौरमंडल Jupiter ग्रह न होता, तो पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व कभी संभव नहीं होता. 

अगर आज पृथ्वी पर जीवन संभव है तो उसका सबसे बड़ा कारण जुपिटर है क्योंकि जुपिटर Earth के लिए शील्ड की तरह कम करता है. जानिए आखिर कैसे?

दरअसल अर्थ पर जो एस्टेरॉयड गिरने वाले होते हैं तो जुपिटर उनको अपनी हाई ग्रेविटी की वजह से या तो दूर फेंक देता है या फिर अपनी तरफ खींच लेता है.

जिसकी वजह से अर्थ पर आज जिंदगी मौजूद है. अगर जुपिटर ना होता तो Earth और उसके पास के तीन प्लैनेट्स पर आज एस्टेरॉयड की बारिश हो रही होती.

यानी जुपिटर अपने आगे के 4 प्लैनेट्स को ए स्टेरॉयड से बचाव करता है और जुपिटर हमारे सोलर सिस्टम का 5वा नंबर वाला प्लैनेट है जो सूरज से 5.2 astronomical unit दूर है. 

वैसे ही पृथ्वी सूरज से एक एस्ट्रॉनॉमिकल यूनिट दूर है. पृथ्वी पर तो सूरज की रोशनी 8 मिनट में पहुंचती है 

वही जुपिटर पर सूरज की रोशनी पहुंचने में पूरे तैंतालीस मिनट लग जाते हैं. जहां अर्थ अपनी एक रोटेशन 24 घंटे में पुरी करती है 

वहीं जुपिटर सिर्फ 9 घंटे 56 मिनट में ही अपनी एक रोटेशन को कंप्लीट कर लेता है. इसीलिए यह सोलर सिस्टम का सबसे फास्ट रोटेशन वाला प्लैनेट बनता है.