एक विशेष मशीन का उपयोग करके, वैज्ञानिकों ने बर्फ में 300 मीटर से अधिक गहराई तक 10 सेमी चौड़ा कोर ड्रिल किया, जिससे ऐतिहासिक जानकारी का एक बड़ा हिस्सा सामने आया.
इन वायरसों के बारे में जानकारी 26 अगस्त को Nature Geoscience जर्नल में छपी स्टडी में दी गई है.
यह स्टडी अमेरिका की ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में पैलियोक्लाइमेटोलॉजिस्ट और ग्लेशि-योलॉजिस्ट लोनी थॉम्पसन के नेतृत्व में चली थी.