अगले साल ‘गायब’ हो जाएंगे शनि के छल्ले, क्यों होगा ऐसा? जानिए 

शनि ग्रह के बारे में आप भी यह बात जानते होंगे कि वो सौरमंडल का ऐसा प्लेनेट है, जिसके ऊपर छल्ले दिखते हैं

वैज्ञानिकों का मानना है कि शनि के छल्ले हमेशा से रहे हैं, लेकिन कुछ सालों बाद ये पृथ्वी से इंसानों को दिखने बंद हो जाते हैं

NASA के वैज्ञानिकों का कहना है कि मार्च 2025 में शनि के छल्ले कुछ समय के लिए ‘गायब’ हो जाएंगे

शनि के छल्ले ‘गायब’ होने की पीछे की वजह रोचक है, वैज्ञानिकों ने इसके बारे में बताया है

खगोलविदों के अनुसार, शनि 26.73 डिग्री के कोण पर झुका हुआ है, जिसे सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में लगभग 29.4 मानव वर्ष लगते हैं

शनि को सूर्य का चक्कर लगाने में 29.4 मानव वर्ष लगने की वजह ये बताई जाती है शनि अपने वर्ष के आधे समय (लगभग 15 मानव वर्ष) के लिए सूर्य की ओर झुका हुआ होता है, और बाकी आधे समय के लिए यह सूर्य से दूर झुका हुआ होता है

शनि के छल्ले भी उसी कोण पर झुके हुए हैं, और जैसे-जैसे ग्रह घूमता है, पृथ्वी से देखने पर वे अपना रुख बदलते दिखाई देते हैं

नासा के अध्ययन में बताया गया था कि हर 13 से 15 साल में शनि के छल्लों का किनारा पृथ्वी के साथ सीधा जुड़ जाता है

मार्च 2025 में ऐसा ही होगा जब हमारे ग्रह से केवल छल्ले के किनारे ही दिखाई देंगे

चूँकि शनि के छल्ले बहुत पतले हैं - ज़्यादातर जगहों पर सिर्फ़ दसियों मीटर मोटे - इस स्थिति में, वे बहुत कम प्रकाश को परावर्तित करेंगे, जिससे वे कुछ समय के लिए अदृश्य हो जाएँगे

हालांकि, जैसे-जैसे शनि सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाता रहेगा, उसके छल्ले धीरे-धीरे फिर से दिखाई देने लगेंगे

ऐसी घटना आखिरी बार 2009 में हुई थी

2018 में NASA ने ये भी कहा था कि शनि के छल्ले हमेशा के लिए 'गायब' हो जाएंगे.