वैज्ञानिकों ने आकाशगंगा में देखा एक नया तारा, मगर ब्लैक-होल के मुंह में समा रहा, आकार में है सूर्य के बराबर

खगोलविदों ने आकाशगंगा में एक तारे को स्पॉट किया है, जो सूर्य के आकार के बराबर  है

लगभग 500 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर एक ब्लैक होल द्वारा ‘बार-बार खंडित और निगला’ जा रहा है.

इस नाटकीय घटना से लगभग हर 25 दिनों में प्रकाश का नियमित विस्फोट उत्पन्न होता था

जिसे लीसेस्टर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा देखा गया.

आम तौर पर, ब्लैक-होल का विस्फोट, जिसे आमतौर पर ज्वारीय व्यवधान की घटनाओं के रूप में जाना जाता है

तब प्रकट होता है जब कोई तारा ब्लैक-होल में समा जाता है

बार-बार प्रकाश के उत्सर्जन का मतलब है कि तारा आंशिक रूप से नष्ट हो रहा है.

शोधकर्ताओं के अनुसार, जिन मामलों में बार-बार विस्फोट होता है, उनमें दो प्रकार होते हैं

पहला जो हर साल होते हैं और दूसरा जो हर कुछ घंटों में होते हैं.