पिछले कुछ सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल बढ़ने के साथ-साथ लोगों को लग रहा है कि उनकी नौकरियां चली जाएंगी.
हर छेत्र में AI के आते ही लोगों मानकर चल रहे हैं कि आने वाले समय में उनकी नौकरियां चलीं जाएंगी. लेकिन क्या वास्तव में ऐसा होगा?
दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स इसे ऐसा नहीं मानते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इसके पीछे बहुत से कारण है. आइए आपको बताते हैं.
बिल गेट्स का मानना है कि कुछ नौकरियों पर AI का प्रभाव जरूर पड़ेगा, लेकिन कुछ ऐसी इंडस्ट्री हैं, जहां लोगों की नौकरियां सुरक्षित बनी रहेंगी.
बिल गेट्स का कहना है कि भले ही AI कोड लिख सकता है, लेकिन वह सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में आवश्यक समस्या-समाधान (Problem-Solving) योग्यता नहीं रखता है.
उन्होंने यह भी कहा कि AI नई वैज्ञानिक परिकल्पनाएं (Hypotheses) बनाने में सक्षम नहीं है, जिससे बायोलॉजिस्ट मेडिकल क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका बनाए रखेंगे.
वहीं एनर्जी सेक्टर को लेकर गेट्स का मानना है कि AI इस क्षेत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है, लेकिन यह ऐसा क्षेत्र है जहां इंसानी विशेषज्ञता बहुत जरूरी है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एनालिटिकल थिंकिंग और डिसिजन-मेकिंग, विशेष रूप से संकट के समय या फिर लंबे समय की प्लानिंग करते वक्त बहुत जरूरी होती है.