आज हमारे चंद्रयान-3 का लैंडर 'विक्रम' चांद पर उतरने वाला है

इस मिशन पर भारत समेत दुनियाभर के खगोलविदों की नजरें टिकी हुई हैं

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO के चीफ एस. सोमनाथ ने चंद्रयान-3 मिशन के बारे में कई बातें बताई हैं 

एस. सोमनाथ ने कहा है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस बार हमारा चंद्रयान अपने तय समय से नहीं चूकेगा

चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर 'विक्रम' की सॉफ्ट लैंडिंग होना तय माना जा रहा है

सोचिए यदि आज शाम 6:04 बजे लैंडर 'विक्रम' चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग नहीं कर पाया तो क्‍या होगा?

ISRO ने कहा है कि भले ही चंद्रयान-3 के सारे सेंसर फेल हो जाएं, दोनों इंजन बंद हो जाएं, फिर भी विक्रम लैंडिंग कर लेगा

अब जानते हैं कि चंद्रयान-3 के पास क्या वैकल्पिक योजनाएं हैं

चंद्रयान-2 की असफलता को ध्‍यान में रखकर, ISRO ने चंद्रयान-3 को फेल-सेफ मैनर में विकसित किया है

अगर चंद्रयान-3 किसी कारणवश आज शाम लैंडिंग नहीं कर पाता है, तो 24 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग का दूसरा प्रयास करेगा

आज शाम 5.45 बजे इंटरनल चेकिंग के बाद और चंद्रमा पर सूर्य उदय होने पर सॉफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू होगी

लैंडिंग के लिए लैंडर 'विक्रम' को वर्टिकल होना होगा, ये लैंडिंग के पहले की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया होगी

यदि हम 23 और 24 दोनों दिन चूके तो अगले चंद्र सूर्योदय तक का इंतजार करना होगा

बता दें कि एक चंद्र दिवस पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है, ऐसे में ISRO 7 सितंबर को फिर से कोशिश कर सकता है