इस बारे में जब मंदिर के सेवायत से पूछा गया तो उन्होंने पूरी बात बताई. उन्होंने कहा- जिस पानी को श्रद्धालु चरणामृत समझकर पी रहे थे, वो AC से टपक रहा था
सेवायत ने कहा- मंदिर के पीछे दो हाथी की मूर्तियां हैं, वहां से जल टपकता है. लेकिन वो जल बिहारीजी महाराज का चरणामृत नहीं है, बल्कि गर्भगृह की सफाई और AC से निकला जल है.
सेवायत आशीष गोस्वामी ने कहा- सोशल मीडिया पर कुछ लोग भम्र फैला रहे हैं ये भगवान का चरणामृत है और उन्हीं की कृपा से चरणामृत गिर रहा है.
बांके बिहारी मंदिर के सेवायत आशीष गोस्वामी ने कहा- इसको लेकर गलतफहमी फैलाई जा रही है. मैं श्रद्धालुओं के लिए कहना चाहूंगा कि वे मंदिर की सफाई और AC से निकलने वाले पानी को न पीएं