चातुर्मास में भूल से भी ना खरीदें ऐसी 3 चीजें, झेलना पड़ सकता है आर्थिक संकट
हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य करने या या खरीदारी से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है. चातुर्मास में मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त नहीं होते हैं.
चूंकि, चातुर्मास में सृष्टि के कर्ताधर्ता कहे जाने वाले भगवान विष्णु निद्रा में चले जाते हैं. इसलिए इस दौरान कई चीजों की खरीदारी करना अशुभ माना जाता है.
अगर चातुर्मास में बिना सोचे समझे वस्तुओं की खरीदारी की जाती है तो नुकसान उठाना पड़ता है. चातुर्मास में कुछ चीजों की खरीदारी करना महंगा पड़ सकता है.
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, चातुर्मास के पूरे चार महीनों की अवधि में सोने-चांदी जैसे शुभ धातुओं की खरीदारी नहीं की जाती है.
चूंकि, ज्योतिष में सोने का कनेक्शन सूर्य से बताया गया है. इसलिए मान्यता है कि इस दौरान सोना या इसके आभूषणों को खरीदने से कुंडली का सूर्य कमजोर होता है.
ज्योतिष में चांदी का संबंध चंद्र ग्रह से बताया गया है. ऐसे में चातुर्मास के दौरान चांदी या उससे बनने वाले आभूषणों को खरीदने से चंद्र ग्रह कमजोर होता है.
शास्त्रों के अनुसार, चातुर्मास में काले रंग की वस्तुओं को खरीदने से बचना चाहिए क्योंकि इससे कुंडली में शनि ग्रह कमजोर होता है.
चातुर्मास के दौरान वाहन की खरीदारी को निषेध माना गया है. मान्यता है कि इस दौरान गाड़ियों की खरीदारी करने से दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चातुर्मास के दौरान इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को खरीदने से भी बचना चाहिए. ऐसा करने से राहु-केतु का नकारात्मक प्रभाव झेलना पड़ सकता है.