इस 7 चीजों को भूलकर भी ना लगाएं पैर, वरना हो जाएंगे बर्बाद!
चाणक्य नीति के रचयिता और महान ज्ञाता आचार्य चाणक्य ने ऐसी सात चीजों के बारे में बताया है, जिन्हें भूलकर भी पैर नहीं लगाना चाहिए.
चाणक्य के मुताबिक, इन सात चीजों में पैर लगाने वाले इंसान का नाश हो जाता है, उन्हें भगवान भी माफ नहीं करते हैं.
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में- 'पादाभ्यां न स्पृशेदग्निं गुरु ब्राह्मणमेव च, नैव गां न कुमारीं च न वृद्धं न शिशुं तथा' श्लोक का उल्लेख किया है.
चाणक्य नीति के इस श्लोक का अर्थ है- आग, गाय, गुरु, ब्राह्मण, कुंवारी कन्या, वृद्ध और शिशु को भूल से भी पैर नहीं लगाना चाहिए.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अग्नि यानी आग को पैर से छूने पर पांव जल जाएगा. शास्त्रों में अग्नि को देवता माना गया है. इसलिए भूलकर भी अग्नि का अपमान नहीं करना चाहिए.
सनातन धर्म में अग्नि को बेहद पवित्र माना गया है. यही वजह है कि अग्नि को साक्षी मानकर ही धर्मिक, मांगलिक और पवित्र कार्य किए जाते हैं. इसलिए इसमें पैर नहीं लगाना चाहिए.
चाणक्य के अनुसार, गुरु, ब्राह्मण और वृद्ध पूजनीय और सम्मान के योग्य होते हैं. ऐसे में इन्हें भूल से भी पैर नहीं लगाना चाहिए. चाणक्य कहते हैं कि ऐसा करने वाला हमेशा दुखी रहता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कुंवारी कन्या और शिशु छोटे होने के बावजूद भी इंसान के लिए आदरणीय है. ऐसे में इन्हें पैर लगाना पाप के समान है.