क्या आप जानते हैं उस बहेलिए का नाम जिसने श्रीकृष्ण को तीर मारा
भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इस साल जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी.
वैसे तो अधिकांश लोग इस बात को जानते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण महाभारत के युद्ध में अर्जुन के रथ के सारथी बने थे.
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, महाभारत युद्ध के बीच में ही श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था.
भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं. आइए जानते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण को तीर मारने वाले बहेलिए का नाम क्या था.
भागवत महापुराण में भगवान श्रीकृष्ण के देह त्यागने का उल्लेख किया गया है. कहते हैं कि एक बाद पीपल वृक्ष के नीचे विश्राम कर रहे थे.
जब भगवान श्रीकृष्ण पीपल के नीचे विश्राम कर रहे थे तभी वहां एक बहेलिया शिकार करने के लिए पहुंचा.
शिकारी बहेलिए को दूर से ऐसा लगा कि पीपल वृक्ष के नीचे कोई हिरण है. यह जानकर उसने तीर छोड़ा.
बहेलिए के तरकस से निकली हुई तीर पीपल के नीचे विश्राम कर रहे भगवान श्रीकृष्ण को जाकर लगी.
बहेलिया जब पीपल वृक्ष के करीब पहुंचा तो श्रीकृष्ण को देखकर हैरान रह गया. वह श्रीकृष्ण के सामने रोने लगा.
बहेलिया को रोता हुआ देखकर भगवान श्रीकृष्ण ने उसे बहुत प्यार से कहा कि इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है. यह तो होना ही था.
कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण को जरा नामक एक बहेलिए ने तीर मारा था. बहेलिए के तीर से श्रीकृष्ण की मृत्यु हुई.