क्या आप जानते हैं भागवान श्रीकृष्ण ने कालिया नाग को क्यों दिया था श्राप
जन्माष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के तौर पर मनाई जाती है. इस साल जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी.
भगवान श्रीकृष्ण ने व्रज में अनेक लीलाएं की हैं. जिसमें से एक कालिया नाग का मर्दन भी है.
पौराणिक कथा के अनुसार, कालिया नाग यमुना नदी में एक कुंड बनाकर रहने लगा. जिसकी वजह से पेड़-पौधे, जीव-जन्तु को कई प्रकार से नुकसान उठाना पड़ता था.
एक दिन भगवान श्रीकृष्ण अपने दोस्तों के साथ यमुना के किनारे गेंद से खेल रहे थे. तभी उनकी गेंद अचानक यमुना नदी में गिर गई.
भगवान श्रीकृष्ण जब गेंद निकालने के लिए यमुना नदी में जाने की कोशिश की तो उनके साथियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की.
श्रीकृष्ण के साथियों ने उनसे कहा कि यमुना में कालिया नाग रहता है. यह जानने के बाद भी श्रीकृष्ण गेंद निकालने के लिए नदी में कूद पड़े.
श्रीकृष्ण के यमुना नदी में कूदने की खबर जैसे ही माता यशोदा और गांव वालों को पता चली तो सभी दौड़कर नदी के किनारे पहुंचे.
कहते हैं कि कालिया नाग ने श्रीकृष्ण को भी अपना शिकार बनाने की कोशिश की. लेकिन, ऐसा करने में वह विफल रहा.
देखते ही देखते श्रीकृष्ण ने विषैले कालिया नाग को अपने वश में कर लिया और उसके बाद उसे यमुना नदी और ब्रज छोड़कर जाने का आदेश दिया.
भगवान श्रीकृष्ण ने कालिया नाग से यह भी कहा कि यहां से जाते हुए तुम पीछे मुड़कर मत देखना, नहीं तो वहीं पत्थर के बन जाओगे.
भगवान श्रीकृष्ण की बात सुनकर वहां से जाने लगा मगर कुछ दूर जाकर जैसे ही उसने पीछे मुड़कर देखा तो वह वहीं पत्थर का बन गया.