श्रीकृष्ण के ये अस्त्र हैं सबसे शक्तिशाली, महिमा है खास
पूरे देश में जन्माष्टमी का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हर साल श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है.
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विध-विधान से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने पर जीवन की हर प्रकार की परेशानियां खत्म हो जाती हैं.
ऐसे में जन्माष्टमी के पर्व पर आज भगवान श्रीकृष्ण के ऐसे अस्त्रों के बारे में जानते हैं, जिसकी महिमा बेहद खास है.
सुदर्शन चक्र
सुदर्शन चक्र भगवान श्रीकृष्ण का अस्त्र है. यह एक प्रकार का घातक हथियार है.
हिंदू धर्म के अमूमन सभी देवी-देवताओं के पास विशेष प्रकार के चक्र मौजूद हैं. भगवान शिव के चक्र को भवरेंदु कहा जाता है.
भगवान विष्णु के चक्र का नाम कांता है. चक्रों में सबसे शक्तिशाली सुदर्शन चक्र है. कहा जाता है कि परशुराम ने भगवान श्रीकृष्ण को सुदर्शन चक्र उपहार में दिया था. सुदर्शन चक्र का निर्माण शिवजी ने किया था.
बांसुरी
कहते हैं कि श्रीकृष्ण हर कला के महारथी हैं. संगीत के ज्ञाता होने के कारण श्रीकृष्ण ने बांसुरी नामक वाद्य यंत्र का प्रयोग किया.
बांसुरी बांस का बना एक वाद्य यंत्र है जो कि हवा के सहारे मधुर ध्वनि उत्पन्न करता है. बांसुरी के छह छेद इस बात का संकेत देते हैं कि श्रीकृष्ण की कृपा से सारे चक्र ठीक हो सकते हैं.
मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण को बांसुरी अर्पित करने से संतान सुख प्राप्त होता है.
सम्मोहन
सम्मोहन एक प्रकार की वैज्ञानिक प्रक्रिया है. जिसके माध्यम से व्यक्ति के मन और बुद्धि को नियंत्रित किया जाता है. जादू के खेल में सम्मोहन बहुत कारगर साबित होता है.
कहते हैं कि सम्मोहन के बल पर ही श्रीकृष्ण बहुत सारे काम आसान कर देते थे. जयद्रथ का वध सम्मोहन के जरिए किया गया था.