Janmashtami 2024: हैरान कर देंगी श्रीकृष्ण से जुड़ी ये 5 बातें
जन्माष्टमी को लेकर इस साल कोई कंफ्यूजन नहीं है क्योंकि इस बार एक ही दिन यानी 26 अगस्त को जयंती योग, अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र का खास संयोग बन रहा है.
हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि 26 अगस्त को सुबह 3 बजकर 40 मिनट से लेकर देर रात 2 बजकर 26 मिनट तक है. ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार, जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त को मनाया जाएगा.
जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले 26 अगस्त को रात 12 बजकर 45 मिनट पर श्री कृष्ण का विशेष पूजन कर सकते हैं. इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से विशेष लाभ होगा.
भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े कुछ रहस्य ऐसे हैं जो हर किसी को हैरान कर सकते हैं.
धर्म शास्त्रों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम हैं, जिनमें बांके बिहारी, घनश्याम, गिरधारी, गोपाल, गोविंद, देवकीनंदन, हरि, कन्हैया, मोहन और बनवारी प्रमुख हैं.
कहते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने गुरु संदिपनी को दक्षिणा देने के लिए उनके मृत पुत्र को जीवित कर दिया था.
धार्मिक ग्रंथो के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण की कुल 16108 पत्नियां थीं, जिनमें से 8 उनकी पटरानियां हैं.
श्रीकृष्ण देवकी की आठवीं संतान थे. सातवीं संतान बलराम थे. कहते हैं कि बाकी छह को भी भगवान ने देवकी से मिलावाया था.
श्रीकृष्ण से भगवत गीता सबसे पहले अर्जुन ने नहीं बल्कि हनुमान और संजय ने सुनी थी.
हनुमानी जी महाभारत के युद्ध के दौरान कुरुक्षेत्र में अर्जुन के रथ में सबसे ऊपर सवार थे.
कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण के मानव अवतार का अंत एक शिकारी के तीर से हुआ था.