तीन, चार या पांच कितने पत्तों वाला बेलपत्र चढ़ाने से खुश होंगे भगवान शिव
सावन में शिवजी को बेलपत्र चढ़ाने का खास नियम है.
सावन में अक्सर लोग शिवलिंग पर तीन पत्तों वाला बेलपत्र चढ़ाते हैं.
भगवान शिव को बेलपत्र बेहद प्रिय है, इसलिए सावन में हर भक्त शिवजी बेलपत्र चढ़ाना चाहता है.
तीन, चार या पांच पत्तों वाले बेलपत्र का अलग-अलग धार्मिक महत्व है.
तीन पत्तों वाला बेलपत्र त्रिनेत्रधारी शिव का प्रतीक माना गया है. सावन में शिवजी को यह बेलपत्र चढ़ाने से इच्छा पूरी होती है.
चार पत्तों वाला बेलपत्र वेदों का प्रतीक है. कहते हैं कि इस बेलपत्र को शवलिंग पर अर्पित करने के ज्ञान और विद्या की प्राप्ति होती है.
पांच पत्तों वाला बेलपत्र पांच महाभूतों का प्रतीक माना गया है. मान्यता है कि इस बेलपत्र को चढ़ाने से सभी प्रकार के पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं.
पांच पत्तों वाला बेलपत्र शिवजी को अर्पित करने से हर प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं.
भगवान शिव को पहला बेलपत्र माता पार्वती ने अर्पित किया था. तभी से शिवजी की बेलपत्र चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है.