नटराज की मूर्ति घर में रखना सही या गलत? जानें वास्तु नियम
वैसे तो अधिकांश हिंदू परिवारों में भगवान शिव की तस्वीर होती है लेकिन नरटाज की मूर्ति को लेकर अक्सर लोग दुविधा में पड़ जाते हैं.
शास्त्रों में कहा गया है कि जब भगवान शिव को क्रोध आता है तब वे नटराज रूप धारण करते हैं. इस रूप में भगवान शिव तांडव करते हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में देवी-देवताओं की उग्र मुद्रा वाली तस्वीर या मूर्ति नहीं रखना चाहिए.
ऐसा इसलिए क्योंकि इससे मानसिक शांति भंग होती है और घर-परिवार में कलह का वातावरण बनता है.
भगवान शिव सिर्फ क्रोध में ही नहीं, बल्कि प्रसन्न मुद्रा में भी नृत्य करते हैं. ऐसे में प्रसन्न मुद्रा में नटराज की मूर्ति को घर में रखा जा सकता है.
नटराज की मूर्ति के बगल में माता पार्वती की प्रसन्न मुद्रा वाली तस्वीर को भी रखना चाहिए क्योंकि मान्याता है कि शिवजी अर्धांगिनी के बिना प्रसन्न नहीं रहते.
अगर घर में नटराज की मूर्ति अकेले रखते हैं तो उसके आस-पास भगवान गणेश या किसी अन्य देवताओं की मूर्ति को ना रखें.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में हिंदू देवी-देवताओं की दो या उससे अधिक पीतल की मूर्ति रखने से बचना चाहिए.
वास्तु नियम के मुताबिक, घर में नटराज की मूर्ति को उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण में किसी ऊंचे स्थान पर रखना चाहिए.