पितृ पक्ष में ये गलतियां करने वाले हो जाते हैं कंगाल, झेलना पड़ता है पितृ दोष का प्रकोप
इस साल पितृ पक्ष 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक रहने वाला है. पितृ पक्ष के दौरान पूर्वजों के लिए पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध किए जाते हैं.
पितृ पक्ष में हमारे पूर्वज हमें आशीर्वाद देने के लिए धरती पर पधारते हैं. ऐसे में इस दौरान कुछ गलतियों को करने से पितृ दोष का प्रकोप झेलना पड़ सकता है.
पितृ पक्ष के दौरान किसी भी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. इस अवधि में गृह प्रवेश, मुंडन, शादी-विवाह और सगाई जैसे शुभ और मांगलिक कार्यों को करने से बचना चाहिए.
पितृ पक्ष के दौरान नई वस्तुओं की खरीदारी करने से बचना चाहिए. इस दौरान नए वस्त्र, नए सामान या फर्निचर की खरीदारी करने से बचने की सलाह दी जाती है.
पितृ पक्ष की पूरी अवधि में किसी भी प्रकार की तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दौरान मांस, मछली जैसे नॉनवेज चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए.
पितृ पक्ष के दौरान लहसुन-प्याज और शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से पितृ दोष लगता है.
मान्यतानुसार, पितृ पक्ष में लौकी, मूली, काला नमक, सफेद तिल जीरा, मसूर की दाल, चना और सरसों के साग का सेवन करने से बचना चाहिए.
पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध के भोजन को लेहे के बर्तन में ना परोसें, बल्कि इसके लिए पीतल, तांबे या अन्य शुभ धातुओं के बर्तन का इस्तेमाल करना अच्छा माना गया है.
पितृ पक्ष में बाल या दाढ़ी बनवाने से बचना चाहिए. माना जाता है कि इस गलती को करने से पितृ दोष लग सकता है.