PM मोदी ने कन्याकुमारी में दिया सूर्य को अर्घ्य, राजनीति से जुड़े हैं ये फायदे

शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कन्याकुमारी में रॉक मेमोरियल के पास सूर्य को अर्ध्य दिया. सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही पीएम मोदी की दो दिनों की ध्यान साधना शुरू हो गई. 

सनातन धर्म में सूर्य को प्रत्यक्ष देवता कहा गया है. इसलिए इनकी साधना का खास महत्व है. सूर्य देव की उपासना से जीवन में तमाम सुख और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है.

ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को ग्रहों का राजा कहा गया है. जिन लोगों की कुंडली में सूर्य मजबूत होता है वे राजा के समान जीवन व्यतीत करते हैं. साथ ही बड़े पद हासिल करते हैं.

इस समय ज्येष्ठ का महीना चल रहा है. इस वक्त सूर्य रोहिणी नक्षत्र में मौजूद हैं. सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में होते हैं तो उस वक्त उन्हें अर्घ्य देने और नियमित उपासना करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है. 

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जो लोग राजनीति से जुड़े हैं उनके लिए सूर्य की उपसना का खास महत्व है. राजनेताओं के लिए उनकी कुंडली में सूर्य का मजबूत होना बहुत जरूरी है.

इस वक्त नौतपा चल रहा है. इस दौरान सूर्य देव उच्च स्तर पर होते हैं. इस दौरान सुबह-सुबह सूर्य जल देना ज्यादा फलदायी और प्रभावशाली माना गया है.

कुंडली का सूर्य मजबूत होगा तभी कोई राजनीति में उच्च पद हासिल कर सकता है. सूर्य को अर्घ्य देने मनोबल, आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति चट्टान की तरह मजबूत होती है. 

इस वजह से ही कोई राजनेता बड़े फैसले लेने में सक्षम होता है. साथ ही कठिन से कठिन परिस्थितियों पर भी सफलता प्राप्त करता है. 

सूर्य को अर्घ्य देने से कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है. नौकरी में पद और प्रतिष्ठा समय के हिसाब से बढ़ती रहती है.